मुलायम सिंह यादव का जीवन परिचय ,निधन |Mulayam Singh Yadav biography in hindi
मुलायम सिंह यादव भारत के एक मशहूर और जाने-माने पॉलिटिशन राजनेता थे, जिन्हें हम सभी लोग आसानी से जानते हैं मुलायम सिंह समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और अध्यक्ष थे, साथ ही वह एक समय पर केंद्र मंत्री भी रह चुके हैं |
साथ ही मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत रह चुके हैं, मुलायम सिंह का जन्म 1 मार्च 1951 को हुआ था| और मुलायम सिंह का निधन 10 अक्टूबर 2022 को 86 साल की उम्र में हो गया|
मुलायम सिंह यादव की जीवनी (Mulayam Singh Yadav Biography)
नाम | मुलायम सिंह यादव |
जन्मतिथि | 22 नवम्बर 1939 |
मृत्यु | 10 अक्टूबर 2022 |
आयु (मृत्यु के समय) | 82 वर्ष |
जन्मस्थान | गाँव-सैफई, जिला-इटावा (उत्तर प्रदेश) |
शैक्षिक योग्यता | B.A राजनीति शास्त्र (इटावा) M.A राजनीति शास्त्र (आगरा विश्वविद्यालय) |
माता का नाम | मूर्ति देवी |
पिता का नाम | स्वर्गीय सुघर सिंह |
भाई-बहिन | शिव पाल सिंह यादव, राम गोपाल यादव, अभय राम सिंह यादव, राजपाल सिंह यादव, रतन सिंह यादव और कमला देवी यादव |
पत्नी का नाम | पहली पत्नी मालती देवी वर्तमान पत्नी साधना गुप्ता |
बेटे का नाम | अखिलेश यादव (राजनेता) प्रतीक यादव (व्यवसायी) |
पार्टी का नाम | समाजवादी पार्टी |
मुलायम सिंह यादव का जन्म (Birth of Mulayam Singh Yadav)
भारत के मशहूर राजनीतिज्ञ रह चुके मुलायम सिंह यादव का जन्म 1 मार्च 1951 को हुआ था मुलायम सिंह यादव का जन्म इटावा उत्तर प्रदेश में एक हिंदू मध्यवर्ती अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) परिवार में हुआ था |मुलायम सिंह यादव की उम्र 10 अक्टूबर 2022 तक (उनकी मृत्यु तक) 83 वर्ष थी |
मुलायम सिंह यादव की उम्र (Mulayam Singh Yadav age)
मुलायम सिंह यादव का जन्म 1 मार्च 1951 को हुआ था- और मुलायम सिंह यादव की मृत्यु 10 अक्टूबर 2022 को हुई थी, यानी की मृत्यु तक मुलायम सिंह यादव की उम्र 83 वर्ष थी|
मुलायम सिंह यादव की शिक्षा (Mulayam Singh Yadav Education )
मुलायम सिंह यादव की अगर शिक्षा की बात करें तो वे शुरू से ही काफी होशियार रह चुके हैं उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा इटावा उत्तर प्रदेश से की पूरी की मुलायम सिंह यादव ने अपनी कॉलेज की शिक्षा केके कॉलेज, इटावा, उत्तर प्रदेश एवं एके कॉलेज, शिकोहाबाद, उत्तर प्रदेश से पूरी की |
जिसके बाद मुलायम सिंह यादव ने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए उत्तर प्रदेश के बीआर कॉलेज, आगरा विश्वविद्यालय, आगरा, उत्तर प्रदेश विद्यालय में चले गए जहां पर उन्होंने राजनीति विज्ञान में बीए, बीटी और एमए की पढ़ाई पूरी की |
मुलायम सिंह यादव का परिवार (Mulayam Singh Yadav Family )
मुलायम सिंह यादव की अगर परिवार की बात करें तो उनका पूरा परिवार राजनीतिक से गहरा संबंध रखता है , मुलायम सिंह का परिवार के एक हिंदू परिवार है जिन की जाति हीर है , मुलायम सिंह यादव के पिता जी का नाम स्वर्गीय सुघर सिंह था , और उनकी माता जी का नाम मूर्ति देवी था |
मुलायम सिंह यादव के पांच बहन भाई थे जिनमें चार भाई थे जिनका नाम शिव पाल सिंह यादव , अभय राम सिंह यादव, राजपाल सिंह यादव एवं रतन सिंह यादव है वही उनके एक बहन है जिनका नाम कमला देवी यादव है |
मुलायम सिंह यादव की शादी ,पत्नी ,बच्चे (Mulayam Singh Yadav Marriage,Wife )
मुलायम सिंह यादव ने अपनी जिंदगी में दो विवाह किए थे, और उन दोनों ही पत्नियों से उनके दो बच्चे भी थे, मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी का नाम मालती देवी था मालती देवी और मुलायम सिंह यादव का विवाह 1970 में हुआ था ,
इसके बाद 1973 में मालती देवी और मुलायम सिंह यादव के घर एक बच्चे का जन्म हुआ जिनका नाम अखिलेश यादव है जो उत्तर प्रदेश की राजनीति का एक मुख्य चेहरा है ,लेकिन अखिलेश यादव को जन्म देते समय मालती देवी को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ा और 27 मई 2003 को मालती देवी का एक लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया|
जिसके बाद मुलायम सिंह यादव ने साल 1980 में साधना गुप्ता से विवाह कर लिया हालांकि साल 2007 तक किसी को उनकी विवाह के बारे में पता नहीं था क्योंकि इस विवाह को यह है भारत के सर्वोच्च न्यायालय में स्वीकार करना पड़ा था |
मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता की शादी के कुछ समय बाद ही उनको एक बेटा हुआ जिनका नाम प्रतीक यादव है जो एक बड़े बिजनेसमैन है |
इस प्रकार मुलायम सिंह यादव के दो बेटे हैं उनके पहले बेटे अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की राजनीति का एक प्रमुख चेहरा है उनका विवाह डिंपल यादव से हुआ डिंपल यादव जी उत्तर प्रदेश राजनीति का एक प्रमुख चेहरा है .
वहीं मुलायम सिंह यादव के दूसरे बेटे प्रतीक यादव का यादव की शादी अपर्णा यादव से हुई यह भी राजनीति से संबंध रखती है|
मुलायम सिंह यादव का प्रारंभिक जीवन (Early Life of Mulayam Singh Yadav)
मुलायम सिंह यादव का प्रारंभिक जीवन आसान नहीं रहा , उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था मुलायम सिंह यादव एक राजनीतिक के होने से पहले एक पहलवान रह चुके हैं, उसके बाद भी टीचर रह चुके हैं, टीचर के बाद उन्होंने अपने पैर राजनीतिक में जमाई थी|
मुलायम सिंह यादव 1960 से 1963 तक पहलवानी की इस दौरान मुलायम सिंह ने अपने गांव और आसपास के इलाकों में कई बड़े पहलवानों को धूल चटा रखी थी जिसके कारण मुलायम सिंह यादव को आस-पास के गांव में सभी लोग जानते हैं साल 1962 में जसवंत नगर क्षेत्र विधानसभा के चुनाव चल रहे थे, उसी दौरान प्रचार प्रसार बड़ी तेजी से हो रहे थे |
उस वक्त उस विधानसभा की तरफ से नत्थू सिंह चुनाव लड़ रहे थे उसी दौरान एक कुश्ती की प्रतियोगिता चल रही थी जिसमें मुलायम सिंह भाग ले रहे थे, जैसे ही यह खबर नत्थू सिंह तक पहुंची, तो वह भी इस प्रतियोगिता को देखने के लिए चले गए |
इसी दौरान नत्थू सिंह मुलायम सिंह यादव की प्रतिभा को देखकर काफी प्रभावित हुए और उनसे आकर उसी समय मिले बस तभी से मुलायम सिंह यादव नत्थू सिंह के नक्शे कदम पर चलने लगे ,और राजनीतिक में एंट्री प्राप्त कर चुके थे|
मुलायम सिंह यादव नत्थू सिंह के संपर्क में आने के बाद उनकी किस्मत पूरी तरह बदल गई, मुलायम सिंह यादव ने उस वक्त नत्थू सिंह कि चुनावों में काफी मदद की थी, इन सभी से प्रभावित होकर नत्थू सिंह ने मुलायम सिंह यादव को टीचर की नौकरी दे दी, मुलायम सिंह यादव के नत्थू सिंह के संपर्क में आने के बाद उनके गरीबी के हटने लगे थे और अच्छे दिन आने लगे थे |
मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक करियर (Political career of Mulayam Singh Yadav)
इसके बाद नत्थू सिंह ने एक बार फिर से मुलायम सिंह यादव पर विश्वास जताया और उन्हें 1967 में जसवंत नगर में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर विधान सभा चुनाव लड़ने का मौका दे दिया ।
मुलायम सिंह यादव ने इस मौके को बखूबी निभाया, और कांग्रेस के प्रत्याशी लाखन सिंह यादव को हराकर पहली बार विधानसभा में विधायक के रुप में आ गए, और यहीं से उनकी राजनीतिक में आने का सफर शुरू हो गया |
इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने अपनी पार्टी के लिए कई कार्य किए और वह अपनी पार्टी के लिए समय-समय पर आगे आने लगे उन लोगों के बीच में अपनी पार्टी की अच्छी इमेज बनाने लगी |
साल 1975 में इंदिरा गांधी के द्वारा इमरजेंसी लगाई गई थी उस दौरान मुलायम सिंह यादव को 19 महीने तक हिरासत में रखा गया |
इसके बाद 1977 में मुलायम सिंह यादव को राज्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया और 1980 में उन्हें यूपी के लोक दल में अध्यक्ष बना दिया गया इसके बाद मुलायम सिंह यादव 1982 से 1985 तक विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया|
मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में (Mulayam Singh Yadav as Chief Minister of Uttar Pradesh)
मुलायम सिंह यादव राजनीतिक में अपने पूरे पैर जमा चुके थे और वे पूरी तरह राजनीति को समझ चुके थे उन लोगों के बीच में अपनी अच्छी पहचान बना चुके थे लोग भी उन पर विश्वास कर चुके थे जिसके कारण मुलायम सिंह यादव लोगों के विश्वास और उनके अच्छे कार्यों की वजह से उत्तर प्रदेश में हुए तीन बार मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया |
मुलायम सिंह यादव ने साल 1992 में खुद को जनता दल पार्टी से अलग कर लिया और उन्होंने 1992 में अपनी खुद की पार्टी बनाई जिसका नाम समाजवादी पार्टी की से सब सभा के नाम से जानते हैं | पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ते हुए मुलायम सिंह यादव 1992 1993, 1996 और 2003 में मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत रह चुके हैं|
मुलायम सिंह यादव के विवाद (Mulayam Singh Yadav Controversy)
मुलायम सिंह यादव का विवादों से गहरा नाता रहा है और वह हमेशा विवादों में घिरे हुए रहे | साल 2012 में निर्भया रेप केस के कारण वे गलत बयान देने के कारण लोगों की नजरों में आए लोगों ने उनकी काफी आलोचना की उन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू में यह कहा लड़की , लड़के हैं… गलती हो जाती है (लड़के तो आखिर लड़के ही होते है … वे गलतियां करते रहते हैं)। उनके बयान के कारण लोगों ने उनकी काफी आलोचना की|
इसके बाद साल 2014 में यूपी में एक रेप केस के बाद मुलायम सिंह यादव ने यह कहा था कि रेप पूरे भारत में हो रहे हैं लेकिन भारत की मीडिया उन्हीं चीजों को दिखाती है जो यूपी में हो रहे हैं|
हम कहते हैं कि “लड़के लड़के होंगे” के बर्खास्तगी, विनाशकारी रवैये के लिए नहीं। साथ में, हम अधिक लोगों को यह समझने के लिए सशक्त बना सकते हैं कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा हम सभी को नीचा दिखाती है।
साल 2007 में अपनी अधिक आय और आय को छुपाने के कारण सीबीआई का केस दर्ज हो चुका है सीबीआई के अनुसार उनका कहना था कि उनके बेटे की कुल संपत्ति 100 करोड़ से भी ज्यादा है और यह लगातार वृद्धि हो रही है| इस मामले में मुलायम सिंह यादव के दोनों बेटे अखिलेश यादव और प्रतीक यादव के ऊपर केस लगाया गया|
मुलायम सिंह यादव की कुल संपत्ति (Mulayam Singh Yadav Net Worth )
मुलायम सिंह यादव की अगर कुल संपत्ति की बात करें तो एक अमीर राजनीतिज्ञ थे उनका शासनकाल काफी लंबा रहा . मुलायम सिंह यादव के बैंक के अंदर 40,00000 रुपए के लगभग पैसे मौजूद थे वहीं वे एग्रीकल्चर से 8 करोड रुपए के लगभग लोन ले रखा था|
वहीं मुलायम सिंह यादव के पास लगभग ₹2,करोड की जमीन मौजूद है वही उनके घर की 7 करोड रुपए है मुलायम सिंह यादव की कुल संपत्ति ₹22 करोड के लगभग है|
Mulayam Singh Yadav Net Worth
Net Worth | Money Factor |
लोकसभा सदस्य के रूप में वेतन | 1 लाख रुपये |
Bank Deposits | 40.13 लाख |
Agricultural Land | 7.89 करोड़ |
गैर-कृषि भूमि | 1.44 करोड़ |
आवासीय भवन | 6.83 करोड़ |
कुल संपत्ति ( Net Worth ) | 22 करोड़ |
मुलायम सिंह यादव का निधन (Mulayam Singh Yadav Death )
भारत के मशहूर राजनीतिज्ञ और तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव का निधन 83 वर्ष की उम्र में हो गया, उनकी बीमारी का कारण उनके शरीर में कई प्रकार की बीमारियां हो चुकी थी, मुलायम सिंह यादव पिछले लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे | जिसके बाद मुलायम सिंह यादव की 10 अक्टूबर 2022 को 83 साल की उम्र में मौत हो गई|
मुलायम सिंह यादव की जीवनी से कुछ प्रश्न
Q01–मुलायम सिंह यादव का जन्म कहाँ और कब हुआ था ?
मुलायम सिंह यादव का जन्म 1 मार्च 1951 को हुआ था मुलायम सिंह यादव का जन्म इटावा उत्तर प्रदेश में एक हिंदू मध्यवर्ती अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) परिवार में हुआ था
Q02–मुलायम सिंह यादव का निधन कब और कहाँ हुआ ?
मुलायम सिंह यादव 10 अक्टूबर 2022 को मेदांता अस्पताल (गुरुग्राम) में हुआ।
Q03–मुलायम सिंह यादव की पत्नी का नाम क्या है ?
मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी का नाम मालती देवी और दूसरी पत्नी का नाम साधना गुप्ता है।
Q04–मुलायम सिंह यादव कितने भाई हैं ?
मुलायम सिंह यादव के पांच बहन भाई थे जिनमें चार भाई थे जिनका नाम शिव पाल सिंह यादव , अभय राम सिंह यादव, राजपाल सिंह यादव एवं रतन सिंह यादव है वही उनके एक बहन है जिनका नाम कमला देवी यादव है |
Q05–मुलायम सिंह यादव कितनी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने?
मुलायम सिंह यादव ने साल 1992 में खुद को जनता दल पार्टी से अलग कर लिया और उन्होंने 1992 में अपनी खुद की पार्टी बनाई जिसका नाम समाजवादी पार्टी की से सब सभा के नाम से जानते हैं | पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ते हुए मुलायम सिंह यादव 1992 1993, 1996 और 2003 में मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत रह चुके हैं
Q06–मुलायम सिंह यादव के कितने बेटे हैं ?
मुलायम सिंह यादव के दो बेटे हैं उनके पहले बेटे अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की राजनीति का एक प्रमुख चेहरा है उनका विवाह डिंपल यादव से हुआ डिंपल यादव जी उत्तर प्रदेश राजनीति का एक प्रमुख चेहरा है वहीं मुलायम सिंह यादव के दूसरे बेटे प्रतीक यादव का यादव की शादी अपर्णा यादव से हुई यह भी राजनीति से संबंध रखती है|
Q07–मुलायम सिंह यादव रक्षा मंत्री के पद पर कब रहे ?
मुलायम सिंह यादव रक्षा मंत्री के पद पर वर्ष 1996 में रहे।
Q08–मुलायम सिंह यादव कितने साल के थे ?
मुलायम सिंह यादव का जन्म 1 मार्च 1951 को हुआ था- और मुलायम सिंह यादव की मृत्यु 10 अक्टूबर 2022 को हुई थी, यानी की मृत्यु तक मुलायम सिंह यादव की उम्र 83 वर्ष थी|
Q09–मुलायम सिंह यादव के माता-पिता का नाम क्या था ?
मुलायम सिंह यादव के पिता जी का नाम स्वर्गीय सुघर सिंह था , और उनकी माता जी का नाम मूर्ति देवी था |
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